Friday, 18 March 2016

Successful Gayatri Mantras for Happiness, Prosperity & Curing Diseases

Successful Gayatri Mantras for Happiness, Prosperity & Curing Diseases

अनिष्ट (कष्ट- विपत्ति- आपदा) निवारण हेतु गायत्री मंत्र का प्रयोग 

ग्रह शांति हेतु(Mantra for peace of the Planet):- ग्रह शांति के लिए दूध की लकड़ी से एक हजार (1000) गायत्री मंत्रो का जाप करके हवन करने से सभी तरह के ग्रहों कि शांति होती है | तथा दूध की लकड़ी के बजाय शमी कि लकड़ी हो तो उसे अति उत्तम माना गया है, इस प्रकार हवन तथा पाठ करने से आपके सभी प्रकार के भौतिक रोग और व्याधि नष्ट हो जाते है और साथ ही साथ सभी ग्रह भी भगवती गायत्री की कृपा से शांत हो जाते है |
Bhagawati Gayatri 



परम शांति के लिए(Mantra for ultimate peace):- परम शांति के लिए पीपल, पाकड़, गूलर और वट की समिधाओं (लकड़ी) से गायत्री मंत्र का हवन करने के पश्चात हाथ में जल लेकर भगवान सूर्य को तर्पण करना चाहिए, इस प्रकार से आपको परम शांति कि प्राप्ति होती है |

विष का प्रभाव नष्ट करने के लिए(Mantra for destroy the toxin):- गायत्री मन्त्र अक जाप करते हुए कुश का स्पर्श करने से माता गायत्री की कृपा फलस्वरूप विष का प्रभाव कम हो जाता है |

मिर्गी रोग से मुक्ति के लिए(Mantra to cure epilepsy ):- मिर्गी रोग से मुक्ति पाने के लिए अपामार्ग के बीजों से गायत्री माता का एक हजार मन्त्रों से हवन करे |

चेचक रोग से शांति हेतु(Mantra to cure smallpox):- दूध, दही तथा घृत से प्रिटिं गयात्रो मंत्र का एक सौ आठ बार हवन करने से चेचक रोग शांत हो जाता है और पीड़ा नहीं रहती है |

कुष्ठ रोग निवारण हेतु(Mantra for leprosy prevention):- कुष्ठ रोग के लिए सोमलता कि गाँठ को अलग-अलग करके दूध में डाले, और अमावस्या के दिन गायत्री मन्त्र से हवन करने से कुष्ठ रोग में आशातीत लाभ होता है |

सभी व्याधियो के नाश हेतु(Mantra to cure all diseases):- गुरूच को खंड-खंड करके दूध में भिगोने के पश्चात अग्नि में आहुति देवे, तथा भक्तिपूर्वक गायत्री मंत्र का ध्यान करे | इस प्रकार हवन करने से समस्त व्याधियो का नाश होता है |

भगवती माता गायत्री कि कृपा से सभी प्रकार कि आपदा और व्याधियों से छुटकारा मिलता है इसमें कोई संदेह नहीं है, बस आवश्यकता है तो श्रृद्धा, प्रेम और समर्पण की, यदि कोई भक्त पूर्ण श्रृद्धा और प्रेम से माता गायत्री के मन्त्रों का जाप करता है तो वह निश्चय ही परम सुखी और माता की कृपा का पात्र होता है |

God Agni Beej Mantra

Shree Agni Gayatri Mantra

श्री अग्नि गायत्री मंत्र

श्री अग्नि देव को वेदों में आग अर्थात तेज का देवता माना गया है, और सभी यज्ञादि कार्यों को अग्नि देव के सहायतार्थ ही संपन्न किया जाता है | पुरानों में यह भी मान्यता है कि आप यज्ञ और हवं में जो कुछ भी अग्नि में अर्पित करते है वह सभी देवताओं तथा पितरों को प्राप्त हो जाता है |

Agni Dev
पुराणों के अनुसार अग्नि देव के दो सिर है तथा पत्नी का नाम स्वाहा, उनका वाहन मेंढा (भेड़) है, और ऋग्वेद के अनुसार इनको इन्द्रा और वरुण देवता के समतुल्य माना और पूजा जाता है |

अत: अग्नि देव गायत्री मंत्र इस प्रकार है :-

In Hindi:-

ऊँ महाज्वालाय विद्महे अग्नि मध्याय धीमहि |
तन्नो: अग्नि प्रचोदयात ||

In English:-

Ohm Mahajwalay Vidmahe Agni Madhyay Dhimhi |
Tanoo: Agni Prachodayat ||

इस अग्नि गायत्री मंत्र का जप करने से मन और तन में तेजस्विता (तेज) आता है | तथा अग्नि और उष्णता सम्बन्धी कष्टों का निवारण होता है |

Lord Shankar Mantra (Mahadev Mantra)

Lord Shankar Mantra (Mahadev Mantra)

Lord Shiva known as Shankar & Mahadeva is the most popular Hindu deity. He is also known as the Destroyer or the Transformer according to Hindu methodologies & Puranas.

Shiva Yajur Mantra (Karpur Gauram Karunavtaram) is a beautiful ancient Sanskrit mantra related to Lord Shiva. It is found in Yajurveda, and called as Shiva Stuti.

Lord Shiva is the primary deity among the trinity and to everyone's wellness. “Ohm Namah Shivay” is also a prime mantra of lord Shiva. Chanting this mantra you will get desired success.

lord_shiva

Mahadev Mantra –

Karpur Gauram Karunavataram, Sansara Saram Bhujagendra Haram |
Sada Vasantam Hridayaaravinde, Bhavam Bhavani Sahitam Namami ||

कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् |
सदा वसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानि सहितं नमामि ||

Meaning of Mantra -

Karpur Gauram - The one who is as pure/white as a camphor(karpur).
Karunaavatarm - The personification of compassion.
Sansara Saram - The one who is the essence of the world.
Bhujagendra Haram - The one with the serpent king as his garland.
Sada Vasantam - Always residing.
Hridayaaravinde - In the lotus of the heart.
Bhavam Bhavani - Oh Lord and Goddess (Sati/Parvati - Wife of Shiva).
Sahitam Namami - I bow to you both.

Click Play To Watch/Listen This Mantra 


How To Chant – You should sit in front of lord Shiva before chanting this mantra and do attention on Shiva and then start the chanting of mantra. This mantra has to be recited or chant 108 times in a day to get desire success or you can chant at-least 54 or 27 times in a day on prayer time. You will get health, wealth and peaceful life by chanting of this lord Shiva mantra.

Lord Shankar Mantra (Mahadev Mantra)

Lord Shankar Mantra (Mahadev Mantra)

Lord Shiva known as Shankar & Mahadeva is the most popular Hindu deity. He is also known as the Destroyer or the Transformer according to Hindu methodologies & Puranas.

Shiva Yajur Mantra (Karpur Gauram Karunavtaram) is a beautiful ancient Sanskrit mantra related to Lord Shiva. It is found in Yajurveda, and called as Shiva Stuti.

Lord Shiva is the primary deity among the trinity and to everyone's wellness. “Ohm Namah Shivay” is also a prime mantra of lord Shiva. Chanting this mantra you will get desired success.